12 पंचवर्षीय योजना (2012 -2017)
इसका मुख्य उद्देश्य तीव्र, अधिक समावेशी और धारणीय विकास है ।
ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना (2007-2012)
11वी पंचवर्षीय योजना में शिक्षा के लिए विषय-बस्तु थीम 'अनिवार्य प्रारंभिक शिक्षा' था ।
दसवीं पंचवर्षीय योजना (2002- 2007)
दसवीं पंचवर्षीय योजना का उद्देश्य देश मे गरीबी और बेरोजगारी समाप्त करना तथा अगले 10 वर्षों में प्रति व्यक्ति आय दुगनी करना प्रस्तावित किया गया ।
नैवी पंचवर्षीय योजना (1997 - 2002)
यह अंतर्राष्ट्रीय मंदी के कारण असफल मानी जाती है ।
इसमे सर्वोच्च प्राथमिकता न्यायपूर्ण वितरण एंव समानता के साथ विकास को दिया गया ।
आठवीं पंचवर्षीय योजना (1992-1997)
इसका मुख्य उद्देश्य 'मानव संसाधन का विकास' करना था ।
1993 को 'राष्ट्रीय महिला कोष ' की स्थापना मानव संसाधन मंत्रालय के तहत किया गया । कोष की आरंभिक सीमा 31 करोड़ रखी गयी थी ।
सातवीं पंचवर्षीय योजना (1985 - 1990 )
प्रमुख उद्देश्य
रोजगार के अधिक अवसर जुटाना , साम्य एवं न्याय पर आधारित सामाजिक प्रणाली की स्थापना करना , सामाजिक एवं आर्थिक असमानताओं को कम करना ,साथ ही देशी तकनीकी विकास के लिए सुदृढ़ आधार तैयार करना था ।
भोजन , काम और उत्पादन का नारा इसी योजना में दिया गया था ।
इसी योजना में जवाहर रोजगार योजना जैसी महत्वपूर्ण रोजगार परक कायक्रम प्रारंभ किया गया ।
छठी पंचवर्षीय योजना (1980 - 85)
मुख्य उद्देश्य - गरीबी उन्मूलन और रोजगार में वृद्धि
इस योजना के दौरान समन्वित ग्रामीण विकास कार्यक्रम , जैसे महत्वपूर्ण शुरू किये गये ।
पाचवीं पंचवर्षीय योजना (1974 - 78)
मुख्य उद्देश्य - गरीबी उन्मूलन तथा आत्मनिर्भरता की प्राप्ति थी ।
जनता पार्टी शासन के द्वारा इस योजना को 1978 में ही समाप्त करने का निर्णय लिया गया ।
चतुर्थ पंचवर्षीय योजना (1969-74)
छठी पंचवर्षीय योजना (1980 - 85)
मुख्य उद्देश्य - गरीबी उन्मूलन और रोजगार में वृद्धि
इस योजना के दौरान समन्वित ग्रामीण विकास कार्यक्रम , जैसे महत्वपूर्ण शुरू किये गये ।
पाचवीं पंचवर्षीय योजना (1974 - 78)
मुख्य उद्देश्य - गरीबी उन्मूलन तथा आत्मनिर्भरता की प्राप्ति थी ।
जनता पार्टी शासन के द्वारा इस योजना को 1978 में ही समाप्त करने का निर्णय लिया गया ।
चतुर्थ पंचवर्षीय योजना (1969-74)
मुख्य उद्देश्य स्थायित्व के साथ विकास तथा आर्थिक आत्मनिर्भरता की प्राप्ति थी ।
समाजवादी समाज की स्थापना को भी विशेष रूप से लक्षित किया गया ।
योजना अवकाश (1966 -67 से 1968- 69 )
कृषि तथा संबंधित क्षेत्र और उद्योग क्षेत्रो को समान प्राथमिकता दी गई ।
तृतीय पंचवर्षीय योजना (1961- 66)
इस योजना का उद्देश्य अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भर बनाना तथा स्वत: अवस्था में पहुँचाना था ।
इस योजना की असफलता का मुख्य कारण भारत चीन युद्ध, भारत पाक युद्ध तथा अभूतपूर्व सूखा था ।
द्वितीय पंचवर्षीय योजना(1956 - 61)
यह योजना पी सी महालनोबिस मोडल पर आधारित थी ।
अनेक महत्वपूर्ण वृहत उद्योग जैसे दुर्गापुर , भिलाई, राउरकेला के इस्पात कारखाना इसी योजना के दौरान लगाये गए थे ।
प्रथम पंचवर्षीय योजना (1951- 56)
हैराड डोमार मोडल पर आधारित थी ।
मुख्य उद्देश्य अर्थ व्यवस्था के सन्तुलित विकास की प्रक्रिया आरंभ करना था ।
समाजवादी समाज की स्थापना को भी विशेष रूप से लक्षित किया गया ।
योजना अवकाश (1966 -67 से 1968- 69 )
कृषि तथा संबंधित क्षेत्र और उद्योग क्षेत्रो को समान प्राथमिकता दी गई ।
तृतीय पंचवर्षीय योजना (1961- 66)
इस योजना का उद्देश्य अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भर बनाना तथा स्वत: अवस्था में पहुँचाना था ।
इस योजना की असफलता का मुख्य कारण भारत चीन युद्ध, भारत पाक युद्ध तथा अभूतपूर्व सूखा था ।
द्वितीय पंचवर्षीय योजना(1956 - 61)
यह योजना पी सी महालनोबिस मोडल पर आधारित थी ।
अनेक महत्वपूर्ण वृहत उद्योग जैसे दुर्गापुर , भिलाई, राउरकेला के इस्पात कारखाना इसी योजना के दौरान लगाये गए थे ।
प्रथम पंचवर्षीय योजना (1951- 56)
हैराड डोमार मोडल पर आधारित थी ।
मुख्य उद्देश्य अर्थ व्यवस्था के सन्तुलित विकास की प्रक्रिया आरंभ करना था ।