तरंग व दोलन / कंपन (wave and Oscillatory /vibration )
यदि कोई पिण्ड , अपनी समय स्थिति के दोंनो ओर ईधर उधर गति करती है , तो पिण्ड की गति को दोलनी अथवा कंपन गति कहते है ।
जैसे लोलक की गति , ठोस पदार्थ में अणुओं की गति , झूले की गति , सिलाई मशीन में सुई की गति ।
तरंग गति
किसी माध्यम में उत्पन्न वीक्षोभ को तरंग या लहार कहते है तथा वीक्षोभ के आगे बढ़ने की प्रक्रिया को तरंग गति कहते हैं ।
जैसे
शांत जल में पत्थर का टुकड़ा मारने पर उत्पन्न वीक्षोभ का होना ।
रस्सी के एक सिरे को पकड़ कर झटकने पर वीक्षोभ का होना ।
तरंग दैर्ध्य (wave length )
किसी कण को एक पूरे चक्कर या कंपन के समय में तरंग जितनी दूरी तय करती है उसे तरंग दैर्ध्य कहते है इसे ' लेमठा ' से प्रदर्शित करते है ।